दारु के चक्कर में मिली चूत और बढ़ा कारोबार

मैंने उसका ब्रा पकड़ा और फाड़ दिया | उसके बाद क्या था मैंने उसके दूध को इस कदर चूसा और वो मज़ा से सिस्कारियां ले रही थी | उसकी हालत ऐसी थी जैसे उसे कोई सुहागरात पे चोद रहा हो | मैंने उसके निप्पल दबा दबा के चूसे और फिर वो एकदम लाल हो गए थे और कड़क भी…

कवि की किस्मत चुदाई के बाद पलट गयी

उसने अपने कपडे भी फाड़ दिए और कहा इस नाचीज़ की चूत को खा जाओ | मैंने उसकी चूत को मजबूरी में चाटा और उसके बाद जैसे ही उसने मुझे अपना माल पिलाया मुझे जोश आ गया | उसके बाद मैंने उसे बिस्तर पे पटका और कहा बस अब आपको हमारे लंड की ताकत से रूबरू करवाता हूँ..