कवि की किस्मत चुदाई के बाद पलट गयी

उसने अपने कपडे भी फाड़ दिए और कहा इस नाचीज़ की चूत को खा जाओ | मैंने उसकी चूत को मजबूरी में चाटा और उसके बाद जैसे ही उसने मुझे अपना माल पिलाया मुझे जोश आ गया | उसके बाद मैंने उसे बिस्तर पे पटका और कहा बस अब आपको हमारे लंड की ताकत से रूबरू करवाता हूँ..

लण्डधारी शैतान

नमस्ते दोस्तो मेरे नाम अनीकेत है में नागपुर का रहें वाले हू। मेरी लंबाई छे फ़ीट है और रंग सावला है और में एक ओडीट कम्पनी में फील्ड ओफीसर हू। ये मेरी पहली चूदाइ (chudai) … (कहानी पढ़िए)